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रोटी पूरी पराठे बाटी कैसे बनाएँ

 रोटी कैसे बनायें 

★ गेहूँ के आटे में थोडा सा चावल का आटा मिलाकर गूँथें तो रोटियाँ हल्की व सुपाच्य बनेंगी ।

★ गेहूँ के आटे को रोटी बनाने से करीब आधा घण्टा पहले गूँथ लें ताकि उसके कण मिल जायें और आटे में लोच आ जाए।

आटा ज्यादा बारीक न पिसवायें, इससे बहुत से पौष्टिक तत्व नष्ट हो जाते हैं। आटे को छानकर उसमें से चोकर न निकालें क्योंकि चोकर में गेहूँ के उपयोगी तत्व विटामिन व लवण निहित होते हैं जो मस्तिष्क, रक्त तथा हृदय के लिए आवश्यक हैं। चोकर से कब्ज की शिकायत नहीं होती ।

★ गेहूँ पिसवाते समय उसमें थोड़ा मेथीदाना, मूँग की दाल, सोयाबीन, राई, जौ या काले चने डाल दें, इससे रोटियाँ बहुत पौष्टिक व स्वादिष्ट होंगी।

★ गेहूँ के आटे में तेजपत्ता डालकर रखें, ईल्लियाँ नहीं पड़ेंगी।

★ गेहूँ के आटे को दूध से गूँथकर बनायी गई पूरी- पराठा स्वादिष्ट होने के साथ-साथ जल्दी खराब नहीं होते। सफर के लिए उपयोगी है।

★ गेहूँ के आटे में मूँगफली का आटा मिलाकर रोटी बनाने से रोटी पौष्टिक एवं सुपाच्य हो जाती है।

★ रोटी की सिकाई बहुत ज्यादा न करें। ज्यादा कड़क सिकाई करने से उसके पौष्टिक तत्व नष्ट हो जाते हैं।

★ रोटियों के कटोरदान या कैसरॉल को बन्द करते समय उसमें एक टुकड़ा अदरक का रख दें। इससे रोटियाँ नरम तथा मुलायम रहेंगी।

★ जिस बर्तन में रोटियाँ रखते हैं उस बर्तन के ऊपर गीला कपड़ा लपेट देने से रोटियाँ मुलायम रहती हैं ।

★ नये तवे पर या मँजे तवे पर थोड़ी सी चिकनाई लगाकर कपड़े से पोंछ दें, अब रोटी पराठे चिपकेंगे नहीं ।

★ रोटी या पूरियाँ बनाने के लिए आटा गर्म पानी से गूँथें, रोटी-पूरियाँ नरम व मुलायम बनेंगी।

★ चपाती फुलाते समय आँच तेज रखें, तेज आँच की चपातियाँ मुलायम बनती हैं।

★ चपाती बेलते समय पलोथन आटे के बजाय मैदा का लगाएँ, चपातियाँ बेदाग, सुन्दर व सफेद बनेंगी ।

★ गर्मियों में आटे में खमीर उठा लें। कलौंजी लगाकर रोटी बेलें, पर सूखे आटे की जगह चिकनाई का प्रयोग करें

★ रोटी व पूरी दोनों के लिए आटा गूँथते समय नमक न डालें बल्कि गूँथे हुए आटे पर नमक डालकर दोबारा आटा ठीक कर लें।

★ कभी-कभी गेहूँ के आटे में पानी के स्थान पर दूध, दही, छाछ, उबला आलू या खूब पके हुए केले को मथकर, आटा गूँथकर रोटी/पराठे बनाएँ। इससे आटा मुलायम रहेगा तथा रोटी/पराठे नरम, मुलायम, पौष्टिक और स्वादिष्ट बनेंगे। गूँथे हुए आटे पर थोड़ा-सा सरसों का तेल लगा देने से तो आटे पर मक्खी-मच्छर नहीं बैठेंगे । 

★ गूँथे हुए आटे के ऊपर घी या तेल लगाकर फ्रिज में रखने से आटा काला नहीं पड़ता तथा पपड़ी भी नहीं आती।

★ गूँथे हुए आटे को दूध की पॉलिथिन में डालकर फ्रिज में रखें, आटा नरम रहेगा व साँवला नहीं पड़ेगा ।

आटे को चींटियों से बचाने के लिए इसमें एक चुटकी पिसी हल्दी डालें।

★ अगर आपको आटा फ्रिज में दो-तीन दिन के लिए रखना हो तो उसमें नमक न डालें। नमक डालने से आटा जल्दी खट्टा हो जाता है।

★ खाना बनते ही गरम-गरम खा लेना चाहिये

पूरी बनाने का आसान तरिका 

★ पूरियाँ बनाते समय आटे में थोड़ी सी सूजी मिलाकर आटा गूँथ लें तथा पूरियाँ बेलने से पहले आटे में थोड़ी सी पिसी हुई चीनी व नमक मिला लें। पूरियाँ एकदम करारी, फूली हुई और खस्ता बनेंगी ।

आटा या मैदा गूँथते समय दोनों हाथों पर तेल या मक्खन लगा लें। इससे हाथों में आटा या मैदा चिपकेगा नहीं ।

★ पूरी बेलते समय घी न लगाएँ। घी लगाने से पूरियाँ चकले पर चिपकती है और तलते समय फूलती नहीं। घी की जगह तेल लगाएँ, इससे पूरी बेलते समय चिपकेगी नहीं और तलते समय फूलेगी।

★ पूरियाँ बनाते समय घी अच्छा गरम व आँच मध्यम रखें ।

पूरियों के आटे में थोड़ा-सा बेसन मिला दें तो पूरियाँ करारी बनेंगी।

 पूरियाँ कुरकुरी बनें, इसके लिए आटे में एक-दो > उबली अरबी पीसकर मिला दें।

★ पूरी का आटा दही या दूध से गूँथें या आटे में थोड़ा-सा घी या तेल का मोयन डालें। गरम पूरी खाने में खस्ता व रखने पर मक्खन सी मुलायम रहेंगी। कुछ समय तक (1-2 दिन तक) रखने पर खराब नहीं होंगी।

★ गरम घी में आम या अमरूद की पत्तियाँ डालकर पूरियाँ तली जाएँ तो उनका रंग सफेद बना रहता है ।

★ आटे या मैदा में एक-दो चम्मच कॉर्न फ्लोर मिलाने से पूरी, समोसे - कचौरी स्वादिष्ट व कुरकुरे बनते हैं।

★ आटे में मोयन देना हो तो तेल गर्म करके हल्का ठण्डा करके डालें ।

★ जरा से तेल में लहसुन व प्याज भूनें, फटे दूध का छेना, लाल मिर्च, नमक डालकर दो मिनट पकने दें। स्वादिष्ट भरवा पूरी-पराठे बनाएँ ।

पराठे बनाने का आसान तरिका 

★ फूलगोभी का पराठा बनाते समय गोभी को कद्दू- कस करके घी डालकर भून लें फिर पराठा बनायें । इससे बढ़िया खुशबू आयेगी।

★ मेथी के पराठों को अधिक खस्ता व स्वादिष्ट बनाने के लिए आटे में थोड़ा-सा बेसन मिलाकर खट्टे दही से आटा गूँथें ।

★ मेथी के पराठे बनाते समय थोड़ा-सा मक्की का आटा मिलाने से पराठे खस्ता और स्वादिष्ट बनते हैं । 

 मूली के पराठे बनाते समय यदि मूली को कसने के बाद मसालों के साथ थोड़ा-सा बेसन भूनकर मिलायें तो उसका पानी सूख जायेगा और वे स्वादिष्ट भी बनेंगे। अथवा मूली को घिसने के बाद इसका रस निचोड़कर इस रस से आटा गूँथ लें । घिसी मूली में मसाला मिलाकर उसी आटे में भरकर पराठे बनायें ।

★ हरी दाल, खिचड़ी व चावल बचने पर इन्हें आटे में गूँथकर नमक, मसाला, हरा धनिया, प्याज, मिर्च डालकर पूरियाँ या पराठे बनाएँ। ये पराठे स्वादिष्ट होने के साथ-साथ पौष्टिक भी होते हैं। 

★ रोटी बचने पर इनके छोटे-छोटे टुकड़े करके तल लें व लाल मिर्च, जीरा, पोदीना पाउडर व नमक बुरकें । यह किसी खस्ता नमकीन से कम नहीं लगेंगे ।

★ मूली के पराठे बनाते समय मसाले में एक छोटा सा चम्मच दरदरी अजवाइन डालें तो पराठे ज्यादा जायकेदार बनेंगे।

★ रोटी के टुकड़े करके सुखा दें या ताजा रोटी के ही टुकड़े करके दाल में पकाकर मिक्स वेजीटेबल प्याज में फ्राई कर मसाला डालकर दाल ढोकली बनाएँ।

★ बासी रोटी को छाछ या दही में थोड़ी देर भिगोकर जीरा पोदीना, लाल मिर्च, नमक डालकर खायें, स्वादिष्ट भोजन है।

★ रोटी ज्यादा बन गई हो तो उन्हें तोड़कर सुखा दें। प्याज, हरी मिर्च, टमाटर का छौंक लगाकर रोटी व

पानी डालकर गलायें, स्वादिष्ट नाश्ता तैयार है। ★ पराठे बनाते समय चावल के आटे का पलोथन लगाने से पराठा या रोटी मुलायम व फूली हुई बनेगी ।

★ भरवाँ पराठे का आटा गूँथते समय उसमें थोड़ा-सा बेसन मिला दें, पराठे खस्ता व स्वादिष्ट बनेंगे ।

★ आलू के पराठे बनाने के लिए आलू में थोड़ा-सा ब्रेड का चूरा मिलाने से आलू, पराठे के बाहर नहीं निकलेगा ।

★ पराठे, पूरी, रोटी खस्ता व स्वादिष्ट बनाने के लिए आटे को पनीर के पानी से गूँथें ।

★ दलिया, मैदा, सूजी व सिंघाड़े के आटे में कीड़े न लगें इसलिए इन्हें बिना घी-तेल के सेंककर रखें ।

मक्की, बाजरे की रोटी-पराठा

★ बाजरा, मक्का, मोठ की ठण्डी रोटी को दही या छाछ में भिगोकर राई व मीठे नीम के पत्तों का छौंक लगाकर स्वादिष्ट व्यंजन बनाकर खायें।

★ मक्की व बाजरे की रोटी चकले पर पॉलीथिन (दूध, घी की खाली थैली) बिछाकर बनाएँ तो रोटी उठाने में आसानी रहेगी ।

★ मक्की का आटा गूँथते समय उसमें पानी की जगह चावल का मॉंड का प्रयोग करने से रोटी मीठी व नरम व पौष्टिक होती है तथा उसका स्वाद निराला हो जाता है ।

★ मक्की, बाजरे की रोटी की पीठ अगर खूब अच्छी तरह से सेंकी गई हो तो रोटी अवश्य फूलेगी तथा टूटेगी नहीं ।

★ बाजरे के आटे में उबला आलू मिलाने से रोटी का स्वाद बढ़ जाता है ।

★ मक्की व बाजरे के आटे में थोड़ा-सा बेसन मिलाकर रोटी बनाने से रोटी स्वादिष्ट, खस्ता व सुपाच्य हो जायेगी।

★ मक्की के आटे में मेथी की पत्तियाँ डालकर पराठे बनायें । पराठे बहुत ही स्वादिष्ट बनेंगे ।

बाटी  बनाने का आसान तरिका 

★ बाटी के आटे में मलाई का मोयन दिया जाये तो बहुत ही मुलायम, स्वादिष्ट और चिकनी बाटी बनेगी।

★ ठण्डी बाटी या बाफले को एक ढक्कन बन्द डिब्बे में रखकर कुकर में पानी डालकर रख दें और दो सीटी ले लें। ये ताजे हो जायेंगे ।

★ बाटी के आटे में मोयन (घी) आधा ही डालें, आधे मोयन के स्थान पर दही डालकर आटा गूँथें, बाटियाँ खस्ता व स्वादिष्ट बनेंगी ।

★ बाटी व बाफले के आटे में थोड़ा-सा बेसन मिलायें, बाटियाँ स्वादिष्ट बनेंगी ।

★ मक्की की रोटी बनाते समय आटा गरम पानी से गूँथने पर रोटी बेलने, थपकने में आसानी रहती है ।




केक बनानें का आसान तरिका

 केक बनाने के लिए सही माप होना जरूरी है। सामग्री. कम ज्यादा होने से केक ठीक नहीं बनेगा। नरम व फूला हुआ केक बनाने के लिए केक को हमेशा एक ही दिशा में फेंटें। जब बुलबुले उठने लगें तो समझें कि मिश्रण तैयार हो गया है। एक दिशा में फेंटने से बुलबुले टूटते नहीं, इन्हीं बुलबुलों की वजह से केक फूलता है। केक एल्यूमिनियम टिन में अच्छा बनता है इसलिए हमेशा एल्यूमिनियम टिन में ही केक बनायें। केक बेक करने से पहले ओवन को 180 डिग्री सेल्सियस पर गरम करें।  हमेशा ओवन को 10 मिनट पहले गर्म करके रखें फिर केक टिन को ओवन के अन्दर रखें। ओवन को बार-बार खोलकर न देखें, ऐसा करने से केक बीच में से दब जायेगा और स्पंज अच्छा नहीं आयेगा। केक में चाकू या संलाई डालकर टेस्ट करें, अगर चाकू साफ निकलता है तो केक तैयार समझिये। वार्ड लगायें  केक ठण्डा होने पर ही केक टिन से बाहर निकालें। केक बनने के तुरन्त बाद न काटें। केक अगर टिन से बाहर नहीं निकल रहा हो तो उसे गैस पर हल्का सा गर्म करें। केक आसानी से बाहर निकल आयेगा।

केक में मिलाई जाने वाली मैदा एकदम सूखी होनी चाहिये। मैदा में नमी होने से केक बढ़िया तैयार नहीं होगा । नमी करने दूर के लिए मैदा को धूप में रखें ।

★ केक को पंखे के नीचे ठण्डा न करें अन्यथा वह सख्त हो जायेगा । हमेशा केक मिश्रण को टिन में » ही भरें जिससे फूलने के लिए जगह मिल जाए। पिसी चीनी ही केक मिश्रण में डालें। अगर आइसिंग शुगर केक में डाल देंगी तो केक सख्त हो जायेगा । बेकिंग पाउडर ज्यादा पुराना नहीं होना चाहिये अन्यथा केक ठीक से नहीं फूलेगा । सफेद मक्खन ही केक मिश्रण में डालें। अगर रिफाइंड तेल डालना हो तो मक्खन की मात्रा थोड़ी कम लें। मक्खन डालने से ही केक ज्यादा मुलायम बनता है। केक के मिश्रण को एल्यूमिनियम के बर्तन में न फेंटें, अन्यथा वह काला पड़ जायेगा । केक में मिलाने वाला घी या मक्खन ठोस व ठण्डा होना चाहिये । केक बनाते समय यदि केक फटने लगे तो गुनगुने पानी में नैपकीन डुबोकर निचोड़ें, केक के ऊपर कुछ सैकण्ड के लिए बिछा दें, केक फटेगा नहीं । या पेपर नैपकीन को हल्का गीला करके उसके ऊपर रख दें, केक सही अवस्था में आ जायेगा । फटने का कारण—ओवन पहले से ही ज्यादा गर्म हो, केक टिन में मिश्रण ज्यादा भरा हो, मिश्रण ज्यादा गीला या सूखा हो गया हो, केक ओवन के ऊपरी हिस्से के ज्यादा नजदीक हो । केक बनाते समय मिश्रण में जरा सी ग्लिसरीन मिला दें इससे केक मुलायम और स्पंजी बनेगा।   केक बनाते समय अगर अण्डे कम पड़ें तो एक चम्मच सिरका डाला जा सकता है। लेकिन यह नुस्खा तभी उपयोगी होगा

★ जब केक में फूलने के लिए पर्याप्त मात्रा में बेकिंग पाउडर डाला गया हो। बिना अण्डे का केक बना रही हैं तो केक अच्छा फूले इसके लिए जब केक का पूरा पेस्ट आप तैयार कर लें और टिन की लाइनिंग लगाकर तैयार हो तब तैयार पेस्ट में एक नीबू का रस छानकर मिला दें और मिश्रण तुरन्त टिन में डालकर ओवन में पकाने के लिए रख दें। इससे केक जहाँ ज्यादा फूलेगा वहीं सुनहरी रंगत का और स्पंजी भी बनेगा। आजमाकर देखिये ।

★ केक बनाते समय उसमें चुटकी भर नमक डाल स्वाद में अनूठापन आ जाएगा। यदि केक मे दूध डालना हो तो गुनगुना करके डालें। केक बनाने के लिए दूध गर्म करके सभी सामग्रियाँ इसमें मिलाएँ। 8-10 घण्टे मिश्रण रखा रहने दें। उसके बाद केक बनाना शुरू करें। ऐसा करने से मिश्रण को ज्यादा फेंटने की जरूरत नहीं पड़ती। केक के घोल में थोडा-सा आटा या 2 चम्मच कस्टर्ड पाउडर मिलाने से केक का स्वाद बढ़ जाता है।  खासकर बेकिंग पाउडर कम रहने पर केक स्पंजी नहीं बनता, और जरा सी अधिक मात्रा होने पर फट जायेगा या दब जायेगा ।

★ अमूमन केक 45 मिनट में बनकर तैयार हो जाता है। केक पहले दोनों साइड से फूलेगा फिर बीच से। केक जैसे ही बीच में से फूले, सतर्क रहें। केक सुनहरा भूरा हो तभी इसे ओवन से तुरन्त बाहर निकाल लें।   ओवन से केक निकालने के बाद कम से कम 4 घण्टे का समय उसे ठण्डा होने और सैट होने को दें।  केक को ओवन में रखने से पहले पानी की कुछ बूँद उस पर छिड़कें, केक नर्म बनेगा ।  केक फेंटने के 5-10 मिनट बाद ही इसे बेक करें। फेंटने के बाद कुछ देर रखने से केक नरम बनता है। * केक बनाते समय घी व चीनी फेंटने के बाद मैदा के चार हिस्से कर लें। मैदा एक साथ नहीं डालनी चाहिये। थोड़ी-थोड़ी करके मैदा मिलानी चाहिये वरना गाँठें बन जाती हैं।  सादा केक बनाते समय एक कप दूध मिलायें, केक नरम बनेगा ।  जिंजर केक में दूध के स्थान पर कोल्ड कॉफी मिलाने से अच्छी महक आती है। केक बनाते समय चीनी के स्थान पर शहद इस्तेमाल करें, केक ज्यादा अच्छा बनेगा । चीनी को भूरा होने तक भूनकर केक में मिलाएँ, रंग खिल उठेगा।

★ मेवों को मैदा में लपेटकर डालें। इससे मेवे केक में एक सार फैलेंगे तथा एक ही जगह इकट्ठे नहीं होंगे और केक के नीचे नहीं बैठेंगे।  केक में अगर मेवा डालना हो तो वह बिल्कुल सूखा होना चाहिये।  केक या बिस्कुट पर सूखे मेवे डालने हों तो पहले दूध में भिगो दें। इससे बेक करने के बाद मेवे काले नहीं पड़ेंगे तथा बेक करने के बाद वे केक से अलग नहीं होंगे । केक में पड़ने वाले घी अथवा मक्खन की मात्रा यदि ज्यादा होगी तो केक सख्त बनेगा । केक बनाने में यदि चीनी, मक्खन व मैदा की फिंटाई ठीक से न हो तो केक तैयार होने पर टूट जायेगा । बेकिंग पाउडर और मैदा को तीन चार बार छानना चाहिये जिससे केक न टूटे तथा फूला और सॉफ्ट बने । केक बनाते समय क्रीम प्रक्रिया तेज करने के लिए चिकनाई और शक्कर की क्रीम बनाने से पहले कटोरी को गर्म पानी से गर्म कर लें। मक्खन व चीनी मिक्सी से फेंटते समय मिक्सी को रोक-रोककर चलायें, ऐसे में मिक्सी का ब्लेड गरम नहीं होगा तथा मक्खन भी नहीं पिघलेगा। सूखे मेवे व फल काटते समय चाकू के किनारे पर थोड़ा-सा घी लगा देने से मेवे चिपकेंगे नहीं ।

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